
RK Laxman Death Anniversary: एक मशहूर कार्टूनिस्ट के रूप में अपनी पहचान बनाने वाले आर के लक्ष्मण को सभी जानते है। इंसान के जीवन में आने वाले हर एक भावनाओं पर आर के लक्ष्मण ने चित्रण किया है। राजनीतिक और सामाजिक पृष्ठभूमि पर भी लक्ष्मण जी ने अपनी कलम से व्यंग – चित्रकारी की थी। उनके द्वारा उकेरी गई चित्रों को शैक्षिक किताबों में विशेष स्थान प्राप्त है। आर के लक्ष्मण द्वारा बनाई गई कार्टून की खासियत यह है की उनमें जिन पात्रों का चित्रण होता है वो यथार्थ का दर्शन कराते है।
कैसे प्रेरित हुए आर के लक्ष्मण चित्रकारी की ओर
ये किस्सा उन दिनों का है जब लक्ष्मण जी स्कूल जाया करते थे। एक दिन टीचर ने क्लास में बच्चों को अपनी-अपनी स्लेट पर पत्ते का चित्र बनाने को कहा। सभी बच्चों में लक्ष्मण जी द्वारा बनाए गए पत्ते को ज्यादा मार्क्स मिले। उनकी इस चित्रकारी को देख कर टीचर ने भविष्य में उन्हें एक सफल चित्रकार बनने का आशीर्वाद दिया। शिक्षक द्वारा मिले आशीर्वाद ने लक्ष्मण जी को एक सफल कार्टूनिस्ट बनने की ओर प्रेरित किया।

आर के लक्ष्मण की ‘कॉमन मैन’ पॉकेट कार्टून
आर के लक्ष्मण की ‘कॉमन मैन’ पॉकेट कार्टून जो की टाइम्स ऑफ़ इंडिया अख़बार में छपती थी , लोगों के बीच खूब पसंद की गई। आम आदमी के जीवन से जुड़े मुद्दों पर लक्ष्मण जी की कार्टून सुबह के चाय का हिस्सा थी। लोग अपने अख़बार इसलिए भी पढ़ते थे क्योंकि उसमें उन्हें ‘कॉमन मैन’ कार्टून पढ़ने का मौका मिला था।
किताब लिखने के भी शौकीन थे आर के लक्ष्मण
चित्रकारी के अलावा लक्ष्मण जी को लिखने का भी हुनर था। अपने जीवनकाल में उन्होंने ‘द होटल रिवेरा’ (1988) और ‘द मैसेंजर’ (1993) जैसे उपन्यास लिखे और ‘द टनल ऑफ़ टाइम’ नाम की आत्मकथा भी लिखी थी। अपने हुनर और काम के लिए उन्हें एशिया का नोबेल कहे जाने वाला ‘रेमन मैग्सेसे पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया था।
मेरा स्केच पेन तलवार नहीं है, यह मेरा मित्र है.
-आर के लक्ष्मण
शोध एवं लेखन – बसुन्धरा कुमारी