Lata Mangeshkar : 36 भाषाओं में करीब 50 हजार गानों का रिकार्ड, Indore से निकाल विशव्यापी बनने का सफर…

“मेरी यात्रा में चाहे जितने भी उतार-चढ़ाव आए हों, मैंने हमेशा जीवन से प्यार किया है।”
– लता मंगेशकर

Lata Mangeshkar : भारत की स्वरा कोकिला लता मंगेशकर संगीत के दुनिया की जगमगाती सितारा है। उनके द्वारा गाए गए गाने सभी उम्र के लोगों के दिल में खास जगह रखते है। लता जी ने अपने जीवनकाल में 36 भाषाओं में करीब 50 हजार गाने गाए थे। मध्य प्रदेश के इंदौर में जन्मी लता मंगेशकर के पिता पंडित दीनानाथ मंगेशकर रंगमंच के कलाकार और गायक थे। अपने पिताजी को देखकर लता मंगेशकर को भी गायन के प्रति रुचि हुई। उन्होंने 13 साल की उम्र में पहली बार एक मराठी फिल्म में गाना गाया था।

कैसे बनी लता जी सुप्रसिद्ध गायिका

लता जी को हिन्दी सिनेमा में गाने का मौका संगीतकार गुलाम हैदर ने दिया था। उन्होंने लता जी को फिल्म ‘मजबूर’ में गायक मुकेश जी के साथ गाने का मौका दिया। गाने के बोल थे “अंग्रेजी छोरा चला गया।” इस गाने से सभी बड़े निर्देशक और निर्माता लता जी की आवाज़ के मुरीद हो गए। करवा कुछ यूं आगे बड़ा की फिल्म में लता जी की आवाज़ लोगों को फिल्म देखने के लिए आकर्षित करती थी।

संगीत की हर विधा में निपुण थी लता मंगेशकर

लता मंगेशकर ने अपनी आवाज़ को संगीत की हर विधाओं के अनुरूप सजाया जैसे फ़िल्मी गाने, गैर-फ़िल्मी गाने, गज़ले, देशभक्ति गीत, लोकगीत और भजन। लता जी का मानना था की भगवान ने उन्हें गाने के लिए धरती पर भेजा है और अपने गीतों के साथ न्याय करना उनका कर्तव्य है। इसलिए वो हमेशा रियाज करती थी ताकि उनकी आवाज़ की मिठास और खनक बनी रहे।

“जो जल्दी शिखर को प्राप्त करते हैं वह उतनी ही गति से नीचे भी आ जाते हैं अभ्यास के रूप में साधना जीवन को नया रंग देता है।”
– लता मंगेशकर

लेखन एवं शोध – बसुन्धरा कुमारी

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *