Author: Rachnakosh

रचनाकोश विशेष

अर्जुन… अर्जुन है, असमंजस में तात ! मैं न अस्त्र उठाऊँगा: रानी कुमारी

अर्जुन हैं, असमंजस में तात्!मै न अस्त्र उठाऊगाँहत्ताश होकर गिरा है,योध्दा रण मे मैं कैसे टिक पाऊगाँ ।प्रतिव्दन्दी...
डॉ ज्ञानेश्वर 'गुंजन'भोजपुरी रचनारचनाकार

भोजपुरी चइता (डॉ. ज्ञानेश्वर गुंजन)

(चइता) बीत गइले सँउसे फगुनवां हो रामापिया नाहीं अइलें… भोरे – भोरे कुहुकेले कोइलरि सवतियाछने- छने इयाद आवे...